एक्टिंग की प्रेक्टिस शुरु करने से पहले याद रखने लायक कुछ जरुरी बातें.(Tips Before Start Acting Practice )

Tips Before Start Acting Practice || एक्टिंग की प्रेक्टिस शुरु करने से पहले याद रखने लायक कुछ जरुरी बातें.






दोस्तो इस पोस्ट में हम प्रेक्टिस शुरू करने से पहले कुछ जरुरी बातें आपको बताना चाहेंगे.
अपने लम्बे कैरिएर के दौरान हम लोगों ने हमेशा यह महसूस किया है की जो भी नया लड़का या लडकी बॉलीवुड में या किसी भी और फिल्म इंडस्ट्री में आते हैं तो वो अपने संघर्ष के दौरान और एक्टिंग सिखने के दौरान कई तरह की गलतियाँ कर लेते हैं जो आगे के संघर्ष को उनके लिए और भी मुश्किल बना देती हैं.तो आईये जानते हैं इन बुरी बातों और गलतियों के बारे में.

1.Poor  observation:- इनमे से सबसे पहली जो बड़ी गलती वो करते हैं की जो उनको हमारे दुआरा या एक निर्देशक दुआरा जो पात्र दिया जाता है वो उसको समझने की बजाये किसी और अभिनेता की नक़ल करने की कोशिश करते हैं.उदाहरण के लिए वो लोग पहले से निभाए पात्र जैसे की शारुख खान के करन अर्जुन के किरदार में से वो लोग शारुख की नक़ल उतरने की कोशिश करते हैं न की उनके दुआरा किये निभाए गए पात्र की.कहने का मतलब की वो किरदार को समझने की बजाये इस बात को जेयदा प्राथमिकता देते हैं की शारुख जैसे शारुख कर रहे हैं हम भी वैसे ही करें यानी क नक़ल जिसमे उनका खुद का अभिनय कौशल छुप जाता है जो कास्टिंग डायरेक्टर या डायरेक्टर समझ नहीं पाते.तो दोस्तों इस बात से हमेशा बचें पहले दिए गए किरदार को समझें अपने दिमाग में उतारें और सोचें की आप ही वो किरदार हैं और जो परस्थितियाँ पात्र के साथ घटित हो रहीं हैं वो आपके साथ ही हो रहीं हैं तो आप कैसे रियेक्ट करेंगे कैसे महसूस करेंगे और फिर वही कीजिये ताकि ऑडिशन लेने वाला पर्सन आपकी एक्टिंग देख सके न की आपके दूर की गयी  किसी एक्टर की ममेकरी.क्योंकि ऐसा करने से आपकी लुक फेक आयेगी.हमेशा याद रखिये की कैमरा एक एक्सरे मशीन की तरह होता है जो झूठ नहीं बोलता उदाहरण के लिए जब 3 इडियट्स के ऑडिशन के दौरान चतुर के किरदार का औद्तिओं चल रहा था तो बहुत सारे लोग ऑडिशन देकर गए और जब ओमी वैधेया की बारी आई  तो उनको हिंदी नहीं आती थी तो उन्होंने जो किरदार करा उसमे उनकी हिंदी की कमी ही सबको भा गयी और उन्हें मुन्ना भाई mbbs के संजय दत्त दुआर निभाए किरदार मुरली के संवाद "नल है पानी नहीं है..." दिए गए तो उन्होंने संजय दत्त को कॉपी करने की बजाये अपने ओरिग्नल शोर्ट हिंदी वाले स्टाइल में बोले तो राज कुमार हिरानी सर और उनकी पूरी टीम को चतुर के किरदार क लिए जो चाहिए था वैसी ही क्वालिटी ओमी वैधेया में नज़र आई.जो आप सभ ने 3 इडियट्स में चतुर के किरदार में देखी ही होगी.

2. उतावलापन : संघर्ष के दौरान दूसरी करी जाने वाली बड़ी गलती है उतावलापन.हर कोई बस एक ही ऑडिशन में सेलेक्ट हो जाना छठा है और रातों रात स्टार बनजना चाहता है.मगर दोस्तों ये इतना आसान भी नहीं होता.क्योंकि मायानगरी में हर रोज हजारों लोग यह सपना लेकर आते हैं कुछ लोगों को सफलता जल्दी मिल जाती है तो कुछ लोगों को देरी से.आज कितने ही ऐसे स्टार अभिनेता हैं जिन्हें अपनी पहचान बनाने में बहुत संघर्ष करना पड़ा उदाहरन क लिए ईरान खान,न्वाज़ुदीन सद्दीकी,मनोज वाजपई,अमिताभ बच्चन और हमारे बादशाह खान शाहरुख खान जैसे दिग्गज अभिनेताओं को भी बोहत लम्बे समय तक संघर्ष करना पड़ा था.किसी को १० साल किसी को १२ साल तो किसी को १५ साल भी अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ा था.तो दोस्तों जब अपने इस कैरिएर को चुन ही लिया है तो यह समझ लीजिये की उतावले पन से बात नहीं बनेगी बस अपनी म्हणत और लगन के साथ जुड़े रहिये और सबर से आगे बड़ते रहिये.

3. Negative Attitude : यह संघर्ष के दौरान करी जाने वाली तीसरी सबसे बड़ी भूल है.अक्सर हमारा सामना कई ऐसे नौजुआन भी आते हैं जो Negative Attitude से भरे होते हैं.वो सिर्फ अपनी ही बात को सही ठहराने की कोशिश करते हैं कई बार तो ऑडिशन के दौरान भी इसका कारन होता है सही मार्ग दर्शक का न होना और ज्ञान की कमी होना.दोस्तों अपने दिल में एक बात बिठा लीजिये की बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने क लिए आपको नेगिटीविटी से और नेगेटीव लोगों से बच के रहना है बहस करने की बजाये समझने की कोशिश करनी चाहिए.याद रखिये की इस दुनिया में हर कोई सुना जाना चाहता है बजाये की सुनने के.हमें चाहिए की पहले हम सामने वाले की बात ध्यान से सुने की वो क्या कहना चाहता है और फिर अपनी बात कहें.क्योंकि बहस में आप न तो सामने वाले की बात समझ पायेंगे और न ही अपनी बात समझा पाएंगे कई बार तो आपको आपके काम के बदले मेहनताना मिलेगा और कई बार नहीं भी. आपको शुरूआती दौर में सिर्फ इस चीज़ का ध्यान रखना है की आपको बस एक्टिंग करनी है लोगों को दिखानी है अपनी पहचान बनानी है परदे पर दिखना है बस.एक बार जब आपका सिक्का चल गया तो फिर तो बस आपको अपनी शर्तों पे काम करना है.चाहे वो फिल्म हो सीरियल हो वेब सीरीज हो या फिर म्यूजिक विडियो आपको तो बस खुद को साबित करना है और फिर अपनी लाइफ में आने वाले स्टारडम्म को एन्जोये करना है.

4. The Habit of Delaying : हमारे कई दोस्त सोच रहे होंगे की ये कैसे किसी की गलती हो सकती है तो हम आपको बताना चाहेंगे की स्टेशन पे रेलगाडी आपका इंतज़ार नहीं करती आपको रेलगाड़ी का इंतज़ार करना होता है.अक्सर यह देखने में आता है क लेट आने की आदत भी नए लोगों के लिए संघर्ष को सखत कर देती है.कुछ लोग टाइम पे न पहुँच पाने का दोष दुसरों पे मढने लगते हैं ऐसा करके वो सिर्फ अपने आप से झूठ बोल रहे होते हैं और अपने लिए बहाने बना रहे होते हैं.जब भी आपको कहीं मौका मिले काम करने का या ऑडिशन देने जाने का तो हमेशा निश्चित समय के पहले निकलें और टाइम पे पहुंचें.क्योंकि आपकी समय पर पहुंचने की आदत ही आपका अपने केरिएर के या अपने काम के प्रति लगन को दर्शाता है जो निर्देशक या कास्टिंग डायरेक्टर नोट करते हैं.


5. Over Attachment With Peoples :  कई लोग यहाँ आकर लोगों के साथ Over Attach हो जाते हैं जो की उनके कैरिएर के लिए एक अच्छी बात नहीं है.ओवर अटेच का मतलब है की मान लो आप किसी ऑडिशन पे या शूटिंग पे गए वहां पर आपको कई  लोग मिलते हैं तो आप उनके साथ मशरूफ हो जाते हैं जिसका सीधा नुकसान यह होता है की आप अपने आप पे ध्यान नहीं दे पाते और खुद पे फोकस नहीं कर पाते.यहाँ पर हम इसको और विस्तार से समझाने के लिए बस इतना ही कहेंगे की महान किरदार हमेशा अकेले में ही विकसित हो पाते हैं ना के भीड़ में भीड़ में तो बस आपको अपने किर्द्रार को जीना है. आपको इस बात को समझ लेना चाहिए की Over Attach हो जाने की वजह से यहाँ आप अपना टाइम वेस्ट कर रहे हैं वहीँ दूसरों का भी.आपको यह मालूम होना चाइये की यहाँ हर कोई अपनी अपनी दौड़ में लगा हुआ है आपको सिर्फ आपके अभिनय की वजह से ही चुना जायेगा न की किसी के रेफरेंस से.अपने हमेशा नोटिस करा होगा की बड़े स्टार्स हमेशा शॉट देने के बाद अपनी वेनिटी में चले जाते हैं इसका मतलब ये नहीं की वो लोग सभ्यक नहीं हैं या समाजिक नहीं हैं.वो लोग तो सिर्फ अपने आप पे,अपने किरदार पे और अपने काम पे फोकस क्र रहे होते हैं.तो दोस्तों आपको भी अभी से स्टार बनने की प्रेक्टिस करनी चाइये तभी तो स्टार बनोगे.

6.Too Much on Social Media like Facebook :  हमने अक्सर नये एक्टिंग के स्टूडेंट्स को घंटों तक सोशल मीडिया पर लटके देखा है अब आप लोगो सोचेंगे की फेसबुक whats app इन्स्टा ग्राम जैसे सोशल मीडिया का उपयोग करना कौन सी बुरी बात है.हम भी इस बात से सहमत हैं की कोई बुरी बात नहीं है मगर दोस्तों अगर कोई स्टूडेंट अपनी पढ़ाई करने की बजाये फेसबुक ही चलता रहेगा तो वो एग्जाम कैसे पास करेगा.एक्टिंग सिखने से पहले ये बात आपको जेहन में बिठा लेनी चाहिए की एक्टिंग रिलेक्स्सेष्ण,ध्यान केन्द्रित करके और निरंतर अभियास से ही सीखी और करी जाती है तो अगर आप हर पल सोशल मीडिया पर ही लगे रहेंगे तो न तो आप टाइम से सो पाएंगे न टाइम से जाग पाएंगे और ना ही अपने अभ्यास को प्रयाप्त समय दे पाएंगे जिसका सीधा सीधा असर आपके आने वाले एक्टिंग करिएर पर पड़ेगा.कहने का मतलाब के फ़िलहाल के वक़्त आपको सिर्फ और सिर्फ अपने एक्टिंग अभियास पर ध्यान देना है और खुद को पोलिश करना है एक बार आप चमक गए तो बस फिर तो चाहे स्कोसिअल मीडिया चलाईए चाहे उडाईये सब आपकी मर्ज़ी है.

तो दोस्तों यह थी वो कुश बातें जो हम अपने दोस्तों को बताना जरूरी समझते हैं बाकी आप लोग खुद समझदार हैं की क्या आपके लिए सही है क्या गलत तो हमेशा सही चुनिए.
दोस्तों आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी हमे कमेंट करना और दबा क अपने दोस्तों में शेयर करना मत भूलियेगा ताकि हम आपके लिए एक्टिंग की जानकारी से भरपूर और भी पोस्ट ले कर आते रहे.
दोस्तों हमारी यह कोशिश आपकी उम्मीदों पे कितनी खरी उतरती हैं हमे यह सिर्फ आपके कमेंटस से ही पता चलेगा तो कुर्प्या अपने कमेंट करना और अपने बेश्किमती सुझाव जरुर दीजिये 

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